आजमगढ़ : 'आपरेशन चक्रव्यूह' स्कीम से अपराधियों व दंगाइयों को पुलिस अब नियंत्रित करेगी। शहर क्षेत्र में कोई बड़ी आपराधिक घटना घटित हो या आपातकाल की परिस्थिति उत्पन्न हो तब उसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस के अधिकारी इस स्कीम का प्रयोग करेंगे। 'आपरेशन चक्रव्यूह' स्कीम का शनिवार की शाम को शहर में पूर्वाभ्यास कराया गया। एक साथ शहर में पुलिस फोर्स संग अधिकारियों की घेराबंदी देख हर कोई किसी वारदात की आशंका से सशंकित हो गया। आपराधिक व सांप्रदायिक दृष्टि से जिला काफी संवेदनशील है। प्रदेश के संवेदनशील जिलों में आजमगढ़ भी शामिल है। शहर व ग्रामीण क्षेत्र की बाजारों में बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर अपराधी बेखौफ होकर फरार जाते हैं। इसी के साथ ही छोटे-छोटे विवाद व झगड़े को लेकर कभी सांप्रदायिक तनाव तो कभी दंगे की स्थिति आ जाती है। ऐसे में अपराधियों व दंगाइयों को नियंत्रित करने में पुलिस के पसीने छूट जाते हैं। एसपी प्रो. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि इन विषम परिस्थितियों में अपराधियों के साथ ही दंगाइयों को नियंत्रित करने के लिए उन्होंने 'आपरेशन चक्रव्यूह' स्कीम बनाया है। यह स्कीम उसी तरह से है जैसे महाभारत के युद्ध में कौरवों की सेना को अर्जुन ने चक्रव्यूह से भेदा था, इसलिए इस योजना का नाम 'आपरेशन चक्रव्यूह' रखा गया है। उन्होंने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र के कस्बों के साथ ही शहर क्षेत्र में जब भी कोई बड़ी वारदात या उपद्रव होगा तो इस स्कीम के तहत उसे नियंत्रित किया जाएगा। शहर क्षेत्र में 27 ऐसे प्वाइंट चिह्नित किए गए हैं, जहां आदेश मिलने के कुछ ही देर में पुलिस फोर्स के साथ संबंधित प्वाइंटों पर उसके अधिकारी पहुंच जाएंगे। एक तरह से पूरे शहर की एक साथ घेराबंदी कर ली जाएगी और उसके बाद 'आपरेशन चक्रव्यूह' से अपराधियों व उपद्रवियों पर प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। चिह्नित किए गए हर प्वाइंट पर पुलिस के एक-एक अधिकारी या थानेदार रहेंगे। उनकी ड्यूटी नाम से नहीं पदनाम से लगाई गई है। शनिवार की शाम को एसपी ने 'आपरेशन चक्रव्यूह' का एक साथ पूरे शहर में पूर्वाभ्यास कराया। पूर्वाभ्यास लगभग दो घंटे तक शाम चार से छह बजे तक चला। एसपी के साथ ही एसपी ग्रामीण एनपी सिंह, एसपी सिटी कमलेश बहादुर ने स्वयं सभी प्वाइंटों पर पहुंच कर पूर्वाभ्यास का निरीक्षण किया और दिशानिर्देश दिया।